हौसला Fundamentals Explained

ना नींद पूरी हुई ना ख्वाब मुकम्मल हुए।

नई जिंदगी की शुरुआत शायरी

अमृतसर की यात्रा के दौरान राकेश टिकैत स्वर्ण मंदिर भी गए। अमृतसर से पहले राकेश टिकैत चंडीगढ़ में भी रुके थे।

कुछ को हकीकत कुछ को ख्वाब करना है बहुत लोग हैं बाकी जिनका अभी हिसाब करना है।

बचपन की ज़िद समझौतों में बदल जाती है.............!!

अमृतसर दौरे के दौरान राकेश टिकैत स्वर्ण मंदिर भी गए। अमृतसर से पहले राकेश टिकैत चंडीगढ़ में भी रुके थे। वहां उनके स्वागत के लिए हजारों की संख्या में लोग मटका चौक पहुंचे थे। टिकैत ने दावा किया कि एकता ने किसानों को केंद्र सरकार के खिलाफ एक महत्वपूर्ण लड़ाई जीतने में सक्षम बनाया है।

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खून में उबाल आज भी खानदानी है दुनिया हमारे शौक की नहीं,

नई जिंदगी की शुरुआत शायरी

हर एक चीज़ में खूबसूरती होती है, लेकिन हर कोई उसे देख नहीं पाता........!!

अलग इसलिए क्यूंकि इसमे एक डांस-परफॉर्मेंस नेत्रहीन बच्चो की थी । जब ये बच्चे मंच पर आए तो इन्हे क्या पता था कि उन्हें कितने लोग देख रहे है । तालियों की गडगडाहट से पूरा प्रांगन गूंज उठा ।उन्हें अहसास करवाया गया कि तुम मस्त होकर नाचो , हम इतने सारे लोग तुम्हारे होसलो को बढ़ाने के लिए तुम्हारे साथ है। वे एक अंग से अक्षम बच्चे मस्ती से झूम रहे थे। उन्हें देखकर अक्षम और सक्षम बच्चो में अंतर कर पाना मुश्किल था । उनमे सक्षम बच्चो को मात देने का होसला जो था। उन्हें सिर्फ़ और सिर्फ़ तालियों की गडगडाहट का अहसास था। वे बच्चे 2 लाइन हौसला शायरी कही से भी अक्षम नही थे ,उनके होसले जो बुलंद थे।

जिंदगी‬ में बडी ‎शिद्दत‬ से निभाओ अपना ‪किरदार‬,

पूरा वातावरण तालियों की गडगडाहट से गूंज रहा था। दिल को छू लेने वाली इस परफॉर्मेंस को देखकर मेरी ऑंखें खुशी और कहीं रंज से नम थी। दिल पर एक बोझ था कि भगवन ने इन मासूमों के साथ कहीं न कहीं तो नाइंसाफी कर ही दी है। लेकिन उनकी हिम्मत और होसलें को देखकर मन को झटक दिया कि इन मासूमों ने तो भगवान् को भी हराकर रख दिया है......

हवाओं के भरोसे तो पतंगे उड़ा करती हैं।

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